
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी ने उत्तरकाशी जिले के खीर गाड़ क्षेत्र में बादल फटने से हुई भीषण तबाही पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह हादसा केवल प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि सरकार की लापरवाही और विकास के नाम पर किए गए अंधाधुंध निर्माण का परिणाम है।”
नवीन जोशी ने कहा कि पिछले कई वर्षों से उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चमोली, टिहरी जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार हर बार आपदा प्रबंधन में विफल साबित होती है।
“जब खीर गाड़ जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में होटलों का निर्माण किया जा रहा था, तब प्रशासन और सरकार क्या कर रही थी? क्या उन निर्माणों को पर्यावरणीय अनुमति मिली थी?”
उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर निशाना साधते हुए कहा:
“आपदा के बाद सिर्फ हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण और ‘निर्देश देना’ ही मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी बन गई है। ज़मीनी राहत और बचाव की कोई ठोस व्यवस्था नहीं दिखाई देती।”
नवीन जोशी ने सरकार से की ये मांगें:
1. घटना की न्यायिक जांच कराई जाए।
2. प्रत्येक मृतक के परिजनों को ₹15 लाख का मुआवज़ा दिया जाए।
3. लापता लोगों की तलाश के लिए सेना की मदद ली जाए।
4. भविष्य में पर्वतीय क्षेत्रों में निर्माण को लेकर स्पष्ट गाइडलाइन और नियंत्रण बने।
“कांग्रेस पार्टी हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। जब तक प्रदेश में जवाबदेही तय नहीं होगी, तब तक इस तरह की त्रासदियाँ होती रहेंगी। भाजपा सरकार को अब जवाब देना होगा कि उसके ‘मॉडल उत्तराखंड’ में जनता की जान की कीमत क्या है?”