
जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल नितिका खण्डेलवाल की अध्यक्षता में टिहरी, घनसाली, कीर्तिनगर क्षेत्र के वन भूमि हस्तांतरण एवं क्षतिपूरक वृक्षारोपण के संबंध में बैठक आहूत की गई। जिलाधिकारी ने प्रकरणों पर चर्चा करते हुए सभी विभागों को निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट बनते समय ही प्रस्तावित भूमि का राजस्व रिकॉर्ड लें तथा एसडीएम स्तर से भूमि का प्रकार सम्बंधी प्रमाण पत्र लेकर वन विभाग से डीएसएस डेंसिटी निकालकर लगाना सुनिश्चित करें, ताकि भूमि की श्रेणी के अनुसार अग्रेत्तर कार्यवाही की जा सके और भूमि हतांतरण के प्रकरणों में अनावश्यक विलम्ब न हो। वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि भूमि हतांतरण के प्रकरणों में अपने अधीनस्थ के साथ बैठक कर उसी दिन सभी औपचारिकताएं पूर्ण करें तथा एसडीएम भी अपने स्तर से आवश्यक कार्रवाई पूर्ण करेंगे।
जिलाधिकारी ने राज्य योजना के अन्तर्गत विधान सभा देवप्रयाग क्षेत्रांतर्गत अमोली से धौलंगी मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य हेतु वन भूमि हस्तान्तरण प्रस्ताव पर एसडीएम कीर्तिनगर को पुनः परीक्षण करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर राज्य योजना के अन्तर्गत विधानसभा क्षेत्र घनसाली के विकासखण्ड मिलंगना के अन्तर्गत उत्तरकाशी-लंबगांव- घनसाली-तिलवाडा मोटर मार्ग पर पूर्व में निर्मित बी क्लास लोडिंग सेतु के स्थान पर डबल लेन क्लास ए लोडिंग सेतु का निर्माण कार्य, कोन्ती-बणगांव-सिलोली-सेरा- चिलयालगांव-किरेथ से नौली तक मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य तथा थाती- बुढाकेदार से धनाली तक मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य हेतु वन भूमि हस्तान्तरण प्रस्तावों पर आवश्यक निर्देश दिए गए।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री की घोषणाओं में शामिल विधानसभा क्षेत्र प्रतापनगर के बैण्ड धनागांव-होमपाटा से मिल्यासौड़- मिश्रवाणगांव तक मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य तथा डोबरा चांठी पुल से लम्बगांव तक मोटर मार्ग का डामरीकरण व चौड़ीकरण के कार्य हेतु क्षतिपूरक वृक्षारोपण के लिए भूमि के सम्बन्ध में अवगत कराया गया।
बैठक में डीएफओ वन प्रभाग टिहरी पुनीत तोमर, एडीएम ए. के.सिंह, एसई लोनिवि मनोज बिष्ट, एसडीएम संदीप कुमार, ईई लोनिवि बोराडी योगेश कुमार, घनसाली दिनेश नौटियाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी भौतिक एवं वर्चुअल माध्यम से बैठक में उपस्थित रहे।