
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर गाना रिलीज करने वाले गायक पवन सेमवाल के विरुद्ध पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। गायक पवन सेमवाल के खिलाफ एक महिला ने मुकदमा दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने अपने इस गीत के माध्यम से उत्तराखण्ड की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी की है। पुलिस ने गायक पवन सेमवाल को नोटिस देकर छोड़ दिया है। भविष्य में विवेचना में सहयोग करने के लिए हिदायत दी गई है।
पवन सेमवाल पर दर्ज मुकदमा
महिला की शिकायत के बाद पटेल नगर थाना पुलिस ने गायक पवन सेमवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुकदमे से संबंधित पूछताछ के लिए पवन सेमवाल को दिल्ली से देहरादून बुलाया गया। साथ ही पूछताछ के बाद 35 (A) BNSS का नोटिस तामील कराया गया। पुलिस ने महिला की शिकायत पर पवन सेमवाल के खिलाफ 369/25 धारा- 196/353(1)(b)/79 भारतीय न्याय संहिता के तहत मुकदमा पंजीकृत किया है।
बता दें, गायक पवन सेमवाल ने हाल ही में एक राजनीतिक गीत रिलीज किया था, जिसमें उन्होने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को केंद्रित किया है। गीत के बोल – “धामी रे, नी थामी रे।” यह गीत सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और प्रदेश में सियासत गर्मा गई। जिसके बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
बताते चलें कि इस वीडियो को पहले पुलिस द्वारा यूट्यूब से हटवाया भी गया था, लेकिन बीते 19 जुलाई को पवन सेमवाल ने इसे दोबारा उसी यूट्यूब चैनल और अपनी फेसबुक आईडी से प्रसारित कर दिया। जिस पर मामले की जांच के लिए पुलिस टीम ने पवन सेमवाल को दिल्ली के कल्याणपुरी थाने में बुलाया और नियमानुसार पूछताछ के बाद देहरादून के प्रेमनगर थाने लाया गया। पूछताछ के उपरांत उन्हें नोटिस थमाया गया और थाने से सकुशल छोड़ दिया गया। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें भविष्य में विवेचना में सहयोग देने की कानूनी हिदायत दी गई है। बताते चलें कि एक हफ्ते के भीतर यह दूसरी बार है जब पुलिस ने गायक पवन सेमवाल को देहरादून तलब किया है।
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब पवन सेमवाल अपने गीतों के चलते विवादों में आए हों। इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के समय उन्होंने एक चर्चित गीत “झांपू दा” गाया था, जिससे उन्हें राज्यभर में पहचान मिली थी। अब एक बार फिर उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर केंद्रित गीत गाया है, जिसने सियासी गलियारों में तूफान मचा दिया है।