
देहरादून शहीद स्मारक में अखिल भारतीय भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा (रजिस्टर्ड) के तत्वाधान में उत्तराखंड के ब्राह्मणों द्वारा शहीद स्मारक में एकत्रित हुए और जिलाधिकारी कार्यालय में गए देहरादून जिलाधिकारी सविन बंसल के लिए प्रशासनिक अधिकारी राजेश कपिल के माध्यम से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) गुरमीत सिंह राज्यपाल महोदय उत्तराखंड को परशुराम जयंती में अवकाश तथा रुड़की गंग नहर में एक और गंगा सभा के विरोध स्वरूप ज्ञापन दिया गया। जिसमें संस्था की ओर से अध्यक्ष मनमोहन शर्मा, शशि कुमार शर्मा, उमाशंकर शर्मा, रजनीश के शर्मा, एडवोकेट रामचंद्र रतूड़ी, पीयूष गौड़, प्रतिमा शर्मा, प्रभात डंडरियाल, अलका शर्मा आदि उपस्थित रहे।
ज्ञापन
सेवा में,
परम श्रृद्धेय मुख्यमंत्री जी
उत्तराखंड सरकार
द्वारा- जिलाधिकारी देहरादून
विषय- चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के प्राकट्य दिवस पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा और रुड़की नहर पर एक नई गंगा सभा के गठन के संबंध में
महोदय,
अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा(पंजी) उत्तराखंड आपसे निवेदन करती है कि पूर्व में कई वर्षो से ब्राह्मणों की विभिन्न संस्थाओं ने चिरंजीवी भगवान परशुराम जी के प्राकट्य दिवस पर सार्वजनिक अवकाश के संबंध में भेंट करके सरकार से सार्वजनिक अवकाश की मांग की थी। जबकि विभिन्न धर्मो की मांग पर सरकार ने समय-समय पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किये है। जिसमें गुरु गोविंद सिंह ,छठ पूजा, शब ए बारात, ईस्टर संडे, जमात-उल-हिदा चेहल्लुम, महाराजा अग्रसेन जयंती, अंबेडकर जयंती, गुरु रविदास जयंती, गुरु तेग बहादुर शहीद दिवस, महर्षि वाल्मीकि जयंती, विश्वकर्मा पूजा दिवस, ईद ए मिलाद, हरेला मोहर्रम, बुद्ध पूर्णिमा, गुड फ्राइडे, ईद उल फितर, क्रिसमस डे आदि ऐसे कई अवकाश है, जिनका हम स्वागत एवं धन्यवाद करते है।
लेकिन सरकारो ने ब्राह्मणों की उचित मांग को अनदेखा करते हुए कई वर्षों से ब्राह्मणों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हुए अभी तक कोई ठोस निर्णय न लेकर ब्राह्मणों की उपेक्षा करने का काम किया है।
अत:आपसे अनुरोध है कि शीघ्र अति शीघ्र 29 अप्रैल 2025 से पूर्व सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की कृपा करें अन्यथा ब्राह्मण उपवास, धरना, जन आंदोलन करने के लिए बाध्य हो *जायेंगे*। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
मुख्य बिंदु में इसी क्रम से आपसे निवेदन है कि आपके कार्यक्रम रुड़की में नहर पर नई गंगा सभा का निर्णय लेकर सनातन और जनमानस की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया गया है क्योंकि पूर्व में गंगा सभा रजि0 हरिद्वार का गठन भारतरत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी के द्वारा किया गया था यदि किसी के भी द्वारा गंगा सभा नाम से कोई दूसरी संस्था का गठन किया जाता हैं तो निश्चित रूप से यह निर्णय सनातन जगत की जनभावनाओं को ठेस पहुँचाने का कार्य होगा और महामना जी का अपमान होगा और उनकी आत्मा को ठेस पहुंचेगी।
इसलिए आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप रुड़की नहर पर एक ओर गंगा सभा के गठन को स्थगित कर जनमानस और सनातन के प्रति अपना सकरात्मक पक्ष दे। हरिद्वार में ही गंगा सभा (रजि) द्वारा ही गंगा के गौरव की रक्षा करे। अन्यथा समस्त ब्राह्मण एकत्र होकर उपवास, जन आंदोलन, धरना आदि के लिए विवश होगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार होगी। आपसे अनुरोध है कि आप मुख्य बिंदुओं पर सकारात्मक निर्णय लेकर जनमानस और सनातन को आगे बढ़ने का काम करने में सहयोग प्रदान करे
धन्यवाद
भवदीय
रजनीश के शर्मा
मीडिया प्रभारी
मो 9412046915