
राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम स्पोर्ट्स कॉलेज देहरादून उत्तराखंड में 38वे राष्ट्रीय खेल का आयोजन प्रधानमंत्री मोदी के उपस्थिति में शुभारंभ हुआ। बदइंतजामी का शिकार हुए आयोजन ऐसा लगा मानो सिर्फ वीवीआईपी ओर वीआइपी लोगो के लिए ही किया गया हो, जबकि आम लोग पहले पास फिर, प्रवेश की चेष्टा में भटकते रहे, आमजन का जमावड़ा गेट no 3 पर लगा रहा। जहां कई मार्च पास्ट के प्रतिभागी भी प्रवेश नहीं पा सके, वहीं कई लाल पास, नीले पास और पीले पास लिए लोग भी प्रवेश के लिए भटकते रहे, जबकि चारों ओर जाम ने स्थिति ओर खराब कर दी, रायपुर चौक से स्टेडियम तक जहां आम लोग पैदल धक्के खाते रहे वहीं वीआइपी लोग अपनी गाड़ी की हूटर बजा कर स्टेडियम जाने को आतुर दिखे,ऐसा लगा ये आमजन को हूटर बजा कर चिड़ा रहे हों। शासन प्रशासन का इंतजाम न काफी था कई नेशनल गेम्स के लिए अनुबंधित बसें ओर टैक्सियां जाम में घंटों फंसे रहे फिर आमजन के हाल की बातें तो आप छोड़ ही दो। 3000से अधिक बच्चे और श्रद्धालु शांति कुंज हरिद्वार से बसों में भर कर आए पर भीड़ जुटाने आए ये लोग भी प्रवेश नहीं कर पाए। अधिकांश स्कूल के छात्र स्टेडियम में पहुंचे थे जबकि आम नागरिक को एंट्री नहीं मिल पाई, मीडिया से भी चुनिंदे लोग ही स्टेडियम में प्रवेश कर सके। रंगारंग कार्यक्रम और लेजर शो ओर स्टेज परफोर्मेंस चलता रहा,लगभग चार बजे प्रधान मंत्री मोदी का हेलीकॉप्टर पहुंचा जबकि सुरक्षा की दृष्टि एक हेलीकॉप्टर स्टेडियम के चारों ओर घूमता भी दिखा। हजारों लोग निराश होकर वापस लौट गए और हजारों लोग गेट पर ही डटे रहे जबकि कई लोग गेट no 3 पर लगे अलग अलग स्क्रीन प्रोजेक्टर पर स्टेडियम के अंदर का वीआइपी कार्यक्रम देखते हुए दिखे एक स्क्रीन पर कभी नो सिग्नल या बिना ऑडियो के ही संतोष करना पड़ा। आमजन की पहुंच से दूर 38वे नेशनल गेम्स आमजन की पहुंच से दूर होने के बावजूद ये वीआईपी कार्यक्रम सीएम धामी की पीठ थपथपाने के लिए काफी है जो भी पीएम मोदी के आगे धाकड़ धामी के no तो बढ़ ही गए, जो अन्य लॉबिंग करते वरिष्ठ नेताओं के लिए चिंता का सबब है। बहरहाल हम अव्यवस्थाओं से पूर्ण 38वे नेशनल गेम्स के सफल सम्पन्न होने की कामनाओं के साथ शुभकामनाएं देने के सिवा कुछ नहीं कर सकते। ओर प्रदेश के लोगों को इतने बड़े राष्ट्रीय खेल के आयोजन का अवसर मिलने पर खुशी जाहिर कर संतुष्ट हो जाना चाहिए।