मोदी की बेट्टी के नाम से बुलाए जाने वाली चाटुकार और चापलूस एंकर अंजना ओम कश्यप ज्यादातर स्टूडियो में बैठकर पत्रकारिता करतीं रहीं हैं, ये अक्सर आपको डिबेट में देखने को मिलेंगी। अंजना ने अपनी डिबेट्स में खूब हिंदू मुसलमान किया मगर इन्हें नहीं पता था कि यह समाज में क्या बो रही हैं
इस चुनाव में अंजना को ग्राउंड पर आना पड़ा, जिसमें इन्होंने हेलीकॉप्टर वाली पत्रकारिता की। जब यह ज़मीन पर आईं तब इन्हें हर जगह ये जहां जहां गईं वहां वहां विरोध का सामना करना पड़ा, कहीं किसी ने गोदी मीडिया मुर्दाबाद बोला तो कहीं मोदी की बेट्टी या इन्हें अलग अलग तरीके से चिढ़ाया गया।
पत्रकारिता के नाम पर कलंक और चाटुकार को शायद अब यानी अंजना ओम कश्यप को एहसास हो ही गया होगा कि वह आज वही काट रहीं हैं जो उन्होंने नफरती डिबेट्स के माध्यम से समाज में बोया था। टीवी न्यूज से आमजन को दूर करने के लिए भी ऐसे कई मीडिया हाउस के एंकर्स और चैंनल के लाला या मालिक ज़िम्मेदार हैं। पत्रकारिता और मीडिया को ऐसे लोगो ने दलाल मीडिया का तमगा हासिल करवाया है।