पहले और दूसरे चरण में पिछड़ सकती है भाजपा । लोगों का रुझान व पोलिंग में अनिच्छा बता रहा है कि डबल इंजन सरकार फेल हो गई है। सिर्फ मंदिर के नाम पर और बड़ी बड़ी जुमलो व घोषणा के नाम पर चुनावी वैतरणी पार करना चाहते हैं मोदी। विपक्ष और आमजन तो मोदी को झूटो का सरदार bta रही। जहा मोदी दो शहजादे फिल्म की शूटिंग दिखा रहे लोगो को वही सपनो के सौदागर फिल्म मोदी के नाम से चल रही।
कोविशिल्ड की हेराफेरी से लोगो की 75करोड़ देशवासियो की जिंदगी को खतरे में डाल दिया चौकीदार ने, और खुद कोविशिल्ड लगवाने से इंकार कर covaxin लगवाया, महंगाई, बेरोजगारी, मणिपुर कांड व महिला सम्मान आमजन की बात और उनके लिए न्याय , नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान जैसे मुद्दों को लेकर राहुल गांधी की यात्रा ने विपक्ष को बहुत मजबूत किया है।
आमजन को न तो चुनाव आयोग पर और न ही ईवीएम मशीनों पर भरोसा है, तभी लोगों वोटिंग में ईच्छा नही है, जो कुर्सी पाने के लिए कुछ भी कर सकता है राम को ब्रांड बना जनभावना को मुद्दा और गुमराह कर अपनी नाकामियों का ठीकरा विपक्ष पर फोड़ते फिर रही है। चुनाव आयोग मिलन और पोलिंग % बताने में कितने लगा दिया मतलब कुछ तो गड़बड़ है पहले चरण में 55% तो दूसरे में 64% मतदान हुए हैं मतलब देश में लगभग 45% से 36% लोग मोदी सरकार पसंद नहीं करते या इग्नोर करते हैं।
अब तीसरा चौथा पांचवा छटवा चरण का मतदान मई में होना है क्या होता जनता का रुख ये अभी भविष्य के गर्भ में है 4जून तक जनता की अदालत का फैसला तक प्रतीक्षा करना पड़ेगा, कौन होगा इन और कौन होगा आउट, कोई होगा 400 पार या होगी बिलकुल बाहर।